कितना वक्त गुजरगया
तुम हरि तलाश में,
फिर जब तुमसे मिला
तुम दुसरेके साथ सफर जुरलिया ।
इस जन्म तुम मेरी नहीं
अगले जन्म फिर मिलेंगे
शायद अगले जन्म
या अगले जन्म ।
कितना जन्म लगेगा ये तो बता नहीं,
मगर तुमसे मिले बिना इस दुनियाको
अलविदा नहीं कह सकता ।
by
Md. Asmaul Hossen Kawsar
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